अगर आप सोचते है की आप हार गए है| तो आप हार चुके है अगर आप सोचते है की आप में हौसला नहीं है तो सचमुच नहीं है अगर आप जितना चाहते है, मगर सोचते है की जीत नहीं सकते, तो निश्चित है की आप नहीं जीतेंगे अगर आप सोचते है की हार जायेंगे तो आप हर चुके है क्योंकि हम दुनिया में देखते है की सफलता की शुरुआत इंसान की की इच्छा से होती है ये सब कुछ हमारी सोच पर निर्भर करता है अगर आप सोचते है की आप पिछड़ गए है तो आप पिछड़ गए है तरक्की करने के लिए आपको अपनी सोच ऊँची करनी होगी कोई भी सफलता प्राप्त करने से पहले आपको अपने प्रति विस्वास लाना होगा | जीवन की लड़ाईया हमेशा सिर्फ तेज और मजबूत लोग ही नही जीतते बल्कि आज नहीं तो कल जीतता वही आदमी है जिसे यकींन है की वो जीतेगा
कर्म: एक कारोबारी सेठ सुबह सुबह जल्दबाजी में घर से बाहर निकल कर ऑफिस जाने के लिए कार का दरवाजा खोल कर जैसे ही बैठने जाता है, उसका पाँव गाड़ी के नीचे बैठे कुत्ते की पूँछ पर पड़ जाता है। दर्द से बिलबिलाकर अचानक हुए इस वार को घात समझ वह कुत्ता उसे जोर से काट खाता है। गुस्से में आकर सेठ आसपास पड़े 10-12 पत्थर कुत्ते की ओर फेंक मारता है पर भाग्य से एक भी पत्थर उसे नहीं लगता है और वह कुत्ता भाग जाता है। जैसे-तैसे सेठजी अपना इलाज करवाकर ऑफिस पहुँचते हैं जहाँ उन्होंने अपने मातहत मैनेजर्स की बैठक बुलाई होती है। यहाँ अनचाहे ही कुत्ते पर आया उनका सारा गुस्सा उन बेचारे प्रबन्धकों पर उतर जाता है। वे प्रबन्धक भी मीटिंग से बाहर आते ही एक दूसरे पर भड़क जाते हैं - बॉस ने बगैर किसी वाजिब कारण के डाँट जो दिया था। अब दिन भर वे लोग ऑफिस में अपने नीचे काम करने वालों पर अपनी खीज निकालते हैं – ऐसे करते करते आखिरकार सभी का गुस्सा अंत में ऑफिस के चपरासी पर निकलता है जो मन ही मन बड़बड़ाते हुए भुन भुनाते हुए घर चला जाता है। घंटी की आवाज़ सुन कर उसकी पत्नी दरवाजा खोलती है और हमेशा क